कल्याण-कल्याण प्रांत कार्यालय में कार्यरत एक लिपिक ने जमीन की कुलकायादा शिथिल करने के लिए ३५ हजार रुपये की रिश्वत की मांग की पीड़ित की शिकायत पर घंसखोर लिपिक के खिलाफ रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया गया है और आगे की तहकीकात की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार विकास श्रीमन्तराव मुगटराव नामक लिपिक कल्याण के उप विभागीय कार्यालय में काम करता है. नांदप गांव टिटवाला के रहने वाले जीदन मोतीराम शेलार को पिछले दो महीनों से उनकी खेती की जमीन के कलकायदा को शिथिल कर आदेश पारित कराने के लिए चक्कर कटवा रहा था. पहले उसने खुद के लिए ५ हजार रिश्वत की मांग की. बाद में कार्यालय के सहकारियों का भी हिस्सा जोड़कर उसने ३५ हजार रिश्वत की मांग की. टिटवाला के रहने वाले जीदन मोतीराम शेलार नामक किसान ने ३१ दिसम्बर २०१९ को ठाणे एसीबी के अधिकारियों से मुलाकात कर इस घटना की शिकायत की. शेलार की मुरबाड में जमीन है और वह उसे बेचना चाहते थे, लेकिन जमीन में कुलकायदा की वजह से बेच नहीं पा रहे थे. ठाणे एसीबी के अधिकारियों ने जांच-पड़ताल की और मामला सही पाए जाने पर कल्याण प्रांत कार्यालय में कार्यरत लिपिक विकास श्रीमन्तराव मुगटराव के खिलाफ रिश्वतखोरी का मामला दर्ज कराया. हालांकि इस मामले में अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई लेकिन स्थानीय खड़गपाड़ा पुलिस द्वारा जल्द ही गिरफ्तारी की संभावना जताई गई है.
लिपिक ने मांगी ३५ हजार रुपये रिश्वत, केस दर्ज इस घटना की