बॉलीवुड गायिका कनिका कपूर के खिलाफ सरोजनी नगर थाने में दर्ज एफआईआर में भारी गड़बड़ी है। सीएमओ ने एफआईआर में लिखा है कि कनिका को एयरपोर्ट पर ही संक्रमित पाया गया था। उन्हें होम क्वारंटीन रहने के निर्देश दिए गए थे, जबकि एयरपोर्ट पर कोरोना के वायरस की जांच का कोई इंतजाम ही नहीं है।
कनिका कपूर जब लखनऊ आईं तो एयरपोर्ट पर ही वह कोरोना से संक्रमित पाई गई थीं। सवाल यह है कि जब सीएमओ को कनिका के संक्रमण से ग्रसित होने की जानकारी थी तो भी उन्होंने उक्त मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया। इसे सीएमओ की लापरवाही ही माना जाएगा कि उन्होंने कनिका को होम क्वारंटीन में रहने के निर्देश देकर पल्ला झाड़ लिया। अगर वह उसी वक्त कनिका को आइसोलेट करा देते तो शायद इतना संकट न पैदा होता। यही नहीं, उन्होंने कनिका के कोरोना से संक्रमित होने की सूचना जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त तक को नहीं दी। कनिका के संक्रमित होने की जानकारी अगर जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त को होती तो वह उसके सार्वजनिक कार्यक्रमों में भागीदारी पर रोक लगाकर उपचार सुनिश्चित कराते। एफआईआर में एयरपोर्ट पर ही कनिका के संक्रमित होने की जानकारी देकर सीएमओ ने अपनी गर्दन फंसा ली है।